भूखा बैठा वजन घटाता
जनता की आवाज बढाता
बेलगाम शासन को काबू
करने को अनशन अपनाता
जागी फिर स्वराज तमन्ना
गांधी गुजरा आया अन्ना.
सत्ताधारी मोटे अजगर
पड़े हुए हैं कितना खाकर?
नहीं जानता कोई अब तक?
कौन सपेरा पकड़े आकर?
पलट गया संशय का पन्ना.
गांधी गुजरा आया अन्ना.
भारत मुद्रा गांधीवादी
जिसपर जितनी उसकी आंधी.
असली गांधी नाम लगाकर
करते चांदी नकली गांधी.
निचुड़ चुका गांधी का गन्ना.
गांधी गुजरा आया अन्ना.