सोमवार, 23 नवंबर 2009

माफ़ी

सर के दर्द से निज़ात पाने को
मैंने तमाम तरह की पैथियों का प्रयोग किया
लेकिन न हुआ तब भी सर का दरद कम।
मनोवैज्ञानिक से सलाह न ली
क्योंकि खर्च होती 'और रकम'
सो, स्वयं ही उसका निदान किया
सर का दरद कम करने को
दिमाग़ का विश्लेषण किया।

घर की छोटी-छोटी बातें -
जो मेरी परेशानी का सबब थी।
तालमेल न बैठ पाने से,
दूसरे की चुप्पी पर स्वयं चुप रह जाने से
परस्पर अहम् टकराने से
बढ़ रहीं थीं काफ़ी
उन सभी बातों पर
जब मैंने पूरी संवेदना से
मांगी 'माफ़ी'
मेरे सर का दर्द कम हो गया।

जान गया मैं - तनावों से, क्लेशों से
मुक्ति पाने का गोपनीय रहस्य
"माफ़ी" जो देती है घर को सुख-शान्ति
संबंधों को अनायास टूटन से बचाती है।
जो दूर कर देती है भ्रान्ति
कड़वाहट भरे दिलों को भी पास लाती है।
समझौता कराती है।
रिश्तों को दू..र तलक निभाती है।
- माफ़ी -
'साफी' की तरह
घुल जाती है पूरे शरीर में
द्वेष के दूषित रक्त को ख़तम
करती रहती है - निरंतर
माफ़ी, माफ़ी, माफ़ी॥

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नयी दिल्ली, India
समस्त भारतीय कलाओं में रूचि रखता हूँ.