शुक्रवार, 16 अप्रैल 2010

मिस्टर पेटूराम की चिकित्सा

मिले एक दिन बाबा राम
बोले — कर लो प्राणायाम
पूरे दिन में बस दो बारी
खाना खाओ शाकाहारी
तीन समय लो प्रभु का नाम
सुबह, दोपहर और शाम
जागो चार बजे तुम रोज
आलस छोडो, भर लो ओज
पाँच जगह की करो सफाई
नोज़, इयर, टंग, स्किन, आई
लंच और डिनर के बीच
छह घंटे का अंतर खींच
सप्ताह में जो दिन हैं सात
करो किसी दिन व्रत की बात
ऑफिस के घंटे हैं आठ
मेहनत कर लो खोल कपाट
रात नौ बजे तक सो जाओ
टीवी प्रोग्राम नहीं चलाओ
पिचकेगा दस दिन में पेट
छोटा नहीं लगेगा गेट.

[इस बार बच्चों के लिए गिनती वाक्यों के बीच में  है]

4 टिप्‍पणियां:

  1. गिनती के साथ साथ स्वस्थ जीवन की कला भी सीखा दी. :)

    जवाब देंहटाएं
  2. प्रतुल जी बच्चों के लिए बहुत बढ़िया कवितायेँ लिख रहे हैं आजकल। आप क्या राज है?

    जवाब देंहटाएं
  3. पिचकेगा दस दिन में पेट
    छोटा नहीं लगेगा गेट.

    bacchon ke liye hi nahi yeh to mere jaiso ke lie bhi kalyankari updesh hai. aajkal kaafi pet nikal aaya hai

    जवाब देंहटाएं
  4. मेरे तीनों प्रिय ब्लोगर पहली बार एक साथ मेरे टिप्पणी पात्र में अपने प्रिय वचनों की भिक्षा देते हुए दिखाई दिए. धन्य ईश्वर मैं तेरा आभारी हूँ. आगे भी ऐसे जगतकल्याण में जुटे ब्लोगर्स को मेरी इस काव्य-कुटिया में आने का संयोग बनाना.

    जवाब देंहटाएं

मेरे पाठक मेरे आलोचक

Kavya Therapy

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
नयी दिल्ली, India
समस्त भारतीय कलाओं में रूचि रखता हूँ.