गुरुवार, 28 अप्रैल 2011

करुणानिधान उर्फ़ चिकना घड़ा

'मुझको वञ्चित' 
---------- किया सो किया। 
'था जो सञ्चित' 
---------- दिया सो दिया। 

कर ली तेरी हर विधि पूजा। 
जबरदस्ती खुश होकर जिया।। 


'सुख था किञ्चित'
---------- मृग मरीचिका। 
'बतरस सिञ्चित' 
---------- दृग यवन्निका*।

है तेरा अन्याय सुरक्षित। 
सुख देकर दुःख अधिक दे दिया।।  


'अमित प्रवंचित'
---------- हुआ क्यों हुआ?
'भौमिक स्वर मित'
---------- हुआ क्यों हुआ? 

करुणानिधान कह कह तुमको
चिकना मैंने घड़ा कर दिया।। 

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* दृग यवन्निका = दृग यवनिका [पलकें]
यवनिका = रंगमंच का परदा.

शुक्रवार, 8 अप्रैल 2011

गांधी गुजरा आया अन्ना

भूखा बैठा वजन घटाता 
जनता की आवाज बढाता 
बेलगाम शासन को काबू 
करने को अनशन अपनाता 

जागी फिर स्वराज तमन्ना 
गांधी गुजरा आया अन्ना.

सत्ताधारी मोटे अजगर 
पड़े हुए हैं कितना खाकर?
नहीं जानता कोई अब तक? 
कौन सपेरा पकड़े आकर? 

पलट गया संशय का पन्ना.
गांधी गुजरा आया अन्ना.

भारत मुद्रा गांधीवादी 
जिसपर जितनी उसकी आंधी. 
असली गांधी नाम लगाकर 
करते चांदी नकली गांधी.

निचुड़ चुका गांधी का गन्ना. 
गांधी गुजरा आया अन्ना.

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नयी दिल्ली, India
समस्त भारतीय कलाओं में रूचि रखता हूँ.